गोरा और काला
जब से अंग्रेज भारत छोड़ क्र गए हैं
हमें कलर कम्प्लेक्स हो गया है .
हम सफेद रंग के पीछे बागते हैं .
हमे
सफेद रंग के बीवी चाहीये , फेअर एंड लवली
सफेद रंग के पाइप चाहीये
सफेद रंग की टंकीयाँ चाहीये
उन्होंने हमारा ब्रेन वाश क्र दिया है
डिक्शनरी में भी
वाईट मनी , ब्लैक मनी
लिख कर काले रंग को बुरा बनाया गया है .
जब की सचाई इस बात में है की सूरज की अल्ट्रा वोइलेट किरणों को काला, नीला रंग अच्च्हे से झेल लेता है।
हमारे जैसे मूलक में अल्ट्रा वोइलेट किरने जादा होती हैं .
काली एच डी पी ई की प्लास्टिक की टेंकीयां , काले , नीले पी वी सी के पाइप धूप में भी सालों साल खराब नहीं होते. उस के मुकाबले सफेद टैंक और पाइप्स पर धूप की अल्ट्रा वोइलेट किरणों का बुरा प्रभाव पड़ता है और कुछ साल बाद ठोकर लगने से टूटने लगते हैं .
यह भी सचाई है की हमारे जैसे मूलक में काला चमड़ी का रंग होने के कारण ही हम त्वचा की केंसर से बच पाते हैं .
हमारा खून हमारा काला रंग बनाने में सारी जिन्दगी लगा रहता है . यह कला रंग हमे सूरज की अल्ट्रा वोईलेट किरणों से बचाता है .
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